Thursday, November 6, 2008

हमे तो अपनों ने लुटा

हमे तो अपनों ने लुटा गेरो में कहाँ दम था ....
हमे तो अपनों ने लुटा गेरो में कहाँ दम था ....
हमारी कश्ती वहां डूबी जहाँ पानी कम था ||

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