थोड़ी सी मीठी है ज़रा सी मिरची है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
असली है झूटी है खालिश है, फर्जी है
देर तक उबाली है कप में डाली है
कडवी है नसीब सी ये coffee गाढ़ी गाढ़ी है
चमच्च भर चीनी हो इतनी सी मर्ज़ी है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
खरी है खोटी है रोने को छोटी है
धागे से खुशियों को सीलती है, दर्जी है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
असली है झूटी है खालिश है, फर्जी है
देर तक उबाली है कप में डाली है
कडवी है नसीब सी ये coffee गाढ़ी गाढ़ी है
चमच्च भर चीनी हो इतनी सी मर्ज़ी है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
खरी है खोटी है रोने को छोटी है
धागे से खुशियों को सीलती है, दर्जी है
सौ ग्राम ज़िन्दगी यह संभाल के खर्ची है
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